इजरायल के हमले में हसन नसरल्लाह की मौत: ज़हरीले धुएं से बंकर में दम घुटने का दावा

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लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल की हवाई हमले की रणनीति लगातार जारी है। इसी क्रम में 27 सितंबर को इजरायल ने बेरूत स्थित हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर बमबारी की, जिसमें संगठन के प्रमुख हसन नसरल्लाह को निशाना बनाया गया। इस हमले के बाद नसरल्लाह की मौत की खबरें सामने आईं, लेकिन उनके शव पर कोई घाव न मिलने से कई सवाल खड़े हो गए। अब इस रहस्य से पर्दा हट चुका है।

इजरायली मीडिया का दावा: इजरायली मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, नसरल्लाह की मौत बमों से नहीं, बल्कि हमले के बाद फैले जहरीले धुएं के कारण हुई। जानकारी के अनुसार, जिस समय इजरायल ने हिजबुल्लाह मुख्यालय पर हमला किया, नसरल्लाह एक सीक्रेट बंकर में छिपा हुआ था। लेकिन उन्हें यह अंदाजा नहीं था कि वही बंकर उनकी मौत की वजह बन जाएगा।

सीक्रेट बंकर बना मौत का कारण: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमले के दौरान नसरल्लाह बंकर में हिजबुल्लाह नेतृत्व के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की तैयारी कर रहे थे। बमबारी के बाद उत्पन्न जहरीले धुएं ने बंकर में तेजी से फैलते हुए नसरल्लाह की जान ले ली। यह भी दावा किया जा रहा है कि उस वक्त नसरल्लाह और उनकी टीम को इस बात का अंदेशा नहीं था कि बंकर में घुसने वाला धुआं इतना घातक साबित होगा।

इजरायल की रणनीति: इजरायल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों को लगातार निशाना बनाते हुए कई हवाई हमले किए हैं। नसरल्लाह को टारगेट करते हुए 27 सितंबर का हमला बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसने हिजबुल्लाह के नेतृत्व में भारी उथल-पुथल मचा दी है।

तनाव और बढ़ा: नसरल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्लाह समर्थकों और इजरायल के बीच तनाव और बढ़ गया है। इस घटना के बाद हिजबुल्लाह की ओर से इजरायल पर संभावित पलटवार की आशंका जताई जा रही है, जिससे क्षेत्र में और ज्यादा हिंसा फैल सकती है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: इस घटना ने पूरे मध्य पूर्व को एक नई अस्थिरता की ओर धकेल दिया है। अंतरराष्ट्रीय संगठनों और देशों ने दोनों पक्षों से शांति की अपील की है, लेकिन मौजूदा हालात में यह संघर्ष किसी भी समय बड़े युद्ध का रूप ले सकता है।

हसन नसरल्लाह की इस असामान्य मौत ने हिजबुल्लाह और उसके समर्थकों के बीच भारी आक्रोश पैदा कर दिया है, और आने वाले समय में इस संघर्ष का क्या रुख होगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।