श्रीलंका में अनुरा कुमारा दिसानायके की सरकार, संसदीय चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन बहुमत के करीब
श्रीलंका में हुए हालिया संसदीय चुनावों में अनुरा कुमारा दिसानायके के नेतृत्व वाले गठबंधन ने बड़ी सफलता हासिल की है। सत्तारूढ़ गठबंधन ने बहुमत के करीब सीटें जीतकर सरकार बनाने की स्थिति बना ली है।
कौन हैं अनुरा कुमारा दिसानायके?
अनुरा कुमारा दिसानायके श्रीलंका के एक प्रमुख वामपंथी नेता हैं और जनता विमुक्ति पेरामुना (JVP) पार्टी के नेता हैं।
- वामपंथी दृष्टिकोण: दिसानायके अपने सुधारवादी और प्रगतिशील नीतियों के लिए जाने जाते हैं। वे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
- लोकप्रियता: उनकी सादगी, जनसेवा, और स्पष्ट विचारधारा के कारण जनता में उनकी मजबूत छवि है।
चुनावी नतीजे
सत्तारूढ़ गठबंधन ने चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए बहुमत के करीब पहुंच गए हैं।
- बहुमत की स्थिति: गठबंधन ने करीब 113 सीटों की जरूरत में 105 से अधिक सीटें जीती हैं।
- प्रमुख क्षेत्रों में जीत: राजधानी कोलंबो और ग्रामीण इलाकों में दिसानायके के गठबंधन को जबरदस्त समर्थन मिला है।
चुनाव के मुद्दे
इस चुनाव में मुख्य मुद्दे आर्थिक संकट, भ्रष्टाचार, और बेरोजगारी थे। दिसानायके ने अपने अभियान में इन मुद्दों पर जोर दिया था।
- आर्थिक सुधार का वादा: दिसानायके ने श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और विदेशी निवेश को बढ़ावा देने का वादा किया है।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रवैया: उन्होंने भ्रष्टाचार को खत्म करने और पारदर्शिता बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई है।
जनता की प्रतिक्रिया
श्रीलंका की जनता ने दिसानायके के समर्थन में बड़ी संख्या में वोट डाले हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता साफ झलकती है।
- युवा वर्ग का समर्थन: युवाओं ने बड़ी संख्या में दिसानायके का समर्थन किया है, खासकर उनकी रोजगार और शिक्षा संबंधी योजनाओं के कारण।
- सामाजिक न्याय की अपील: उनकी नीतियों को गरीब और मध्यम वर्ग में भी अच्छा समर्थन मिला है।
विशेषज्ञों की राय
- राजनीतिक विशेषज्ञ: अनुरा कुमारा दिसानायके की सफलता को श्रीलंका की राजनीति में एक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।
- आर्थिक विशेषज्ञ: विशेषज्ञों का मानना है कि दिसानायके की नई सरकार के पास अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए बड़ी चुनौतियां होंगी, लेकिन उनका भ्रष्टाचार विरोधी एजेंडा सकारात्मक परिणाम ला सकता है।
आगे की राह
दिसानायके के लिए सरकार गठन के बाद आर्थिक संकट, महंगाई, और बेरोजगारी जैसी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करना चुनौतीपूर्ण होगा।
- संबंधों में सुधार: श्रीलंका के लिए भारत, चीन, और अन्य पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना भी महत्वपूर्ण होगा।
- आर्थिक सुधार: दिसानायके ने वादा किया है कि उनकी सरकार आर्थिक सुधारों पर ध्यान देगी, जिससे श्रीलंका को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूती मिलेगी।