कांग्रेस ने आज राजघाट से अपनी ‘दिल्ली न्याय यात्रा’ की शुरुआत की है, जो राज्य की 70 विधानसभाओं और 360 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इस यात्रा का उद्देश्य दिल्ली के लोगों को न्याय, समृद्धि और विकास का संदेश देना है, साथ ही कांग्रेस पार्टी की उपलब्धियों को भी उजागर करना है।
यात्रा का मकसद
कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा के दौरान वह दिल्ली के लोगों को बताना चाहती है कि किस तरह उनकी सरकार ने दिल्ली में काम किया और लोगों की समस्याओं को हल किया। साथ ही यह यात्रा दिल्ली की मुख्य समस्याओं, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को भी उठाएगी। कांग्रेस का दावा है कि वह दिल्ली के विकास में योगदान देने वाली एकमात्र पार्टी है।
यात्रा का रास्ता और कार्यक्रम
यह यात्रा राजघाट से शुरू होकर 70 विधानसभाओं में जाएगी। यात्रा के दौरान कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ता विभिन्न इलाकों में रैलियों और जनसभाओं का आयोजन करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता इस यात्रा में प्रमुख रूप से हिस्सा लेंगे। यात्रा का समापन दिल्ली के प्रमुख क्षेत्रों में होगा, जहां पार्टी अपनी नीतियों और योजनाओं को प्रस्तुत करेगी।
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यात्रा की शुरुआत करते हुए कहा कि “यह यात्रा दिल्ली के लोगों के साथ हमारी पार्टी का गहरा संबंध दर्शाती है। हम दिल्ली की जटिल समस्याओं के समाधान के लिए एकजुट होकर काम करेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य दिल्ली की जनता को एक सशक्त और समृद्ध भविष्य देना है।
प्रतिक्रिया और समर्थन
कांग्रेस की दिल्ली न्याय यात्रा को पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं से भारी समर्थन मिल रहा है, जबकि विपक्ष ने इसे चुनावी रणनीति के तहत एक “राजनीतिक कार्यक्रम” करार दिया है। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह दिल्ली में राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए इस यात्रा का इस्तेमाल कर रही है।