जी20 समिट में हुई अहम बैठक
ब्राजील में आयोजित जी20 समिट के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। इस बैठक में सीमा विवाद से लेकर आम जनता से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। विशेष रूप से भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने पर बातचीत हुई, जिससे दोनों देशों के नागरिकों को सीधा लाभ होगा।
सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रगति पर चर्चा
विदेश मंत्रियों ने लद्दाख क्षेत्र में हाल ही में हुई सैनिकों की वापसी पर चर्चा की और इसे दोनों देशों के संबंध सुधारने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया। इस बातचीत के दौरान उन्होंने भविष्य में आपसी विश्वास बढ़ाने और विवादों को कम करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी विचार-विमर्श किया।
सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने की मांग
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भारत से सीधी उड़ानें शुरू करने की अपील की। उनका कहना था कि यह कदम दोनों देशों के बीच यात्रा को सुविधाजनक बनाएगा और यात्रियों का समय और पैसा बचाएगा।
वर्तमान स्थिति:
- फिलहाल, भारत और चीन के बीच यात्रा के लिए किसी तीसरे देश से होकर जाना पड़ता है।
- इससे यात्रियों को अधिक समय और पैसे खर्च करने पड़ते हैं।
- सीधी उड़ानें शुरू होने से व्यापार, पर्यटन, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा।
वीजा प्रक्रियाओं में सहयोग की अपील
वांग यी ने वीजा प्रक्रियाओं को आसान बनाने की भी अपील की, जिससे दोनों देशों के नागरिकों को यात्रा में अधिक सुविधा हो सके।
एस. जयशंकर का बयान
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा,
“रियो में जी20 समिट के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। हमने सीमा विवाद पर प्रगति, द्विपक्षीय संबंधों के अगले चरण और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।”
निष्कर्ष
सीधी उड़ानों और वीजा सुविधाओं में सुधार पर हुई इस बातचीत से भारत और चीन के बीच आपसी संबंधों को मजबूती मिलने की उम्मीद है। यदि ये कदम उठाए जाते हैं, तो न केवल यात्रा आसान होगी, बल्कि दोनों देशों के व्यापार और सांस्कृतिक रिश्तों में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।