दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बाद अब कांग्रेस ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप नेता आतिशी मार्लेना पर निशाना साधते हुए उन पर तंज कसा है, जिससे विवाद और गहरा गया है।
कांग्रेस का आरोप: “आप का असली चेहरा बेनकाब”
कांग्रेस प्रवक्ता ने अरविंद केजरीवाल की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “आम आदमी पार्टी ने खुद को ईमानदारी और सादगी का प्रतीक बताया था, लेकिन अब उनकी असली हकीकत सामने आ रही है। सीएम आवास पर करोड़ों रुपये खर्च करना जनता के साथ धोखा है। दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को सत्ता में इसलिए नहीं बैठाया था कि वे ऐशोआराम में रहें, बल्कि इसलिए चुना था ताकि वे जनहित के काम करें।”
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी भी अब उन्हीं विलासिता भरे रास्तों पर चल रही है, जिसके खिलाफ उसने राजनीति की शुरुआत की थी। पार्टी ने केजरीवाल की “आम आदमी” छवि पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी कथनी और करनी में बड़ा फर्क है।
भाजपा और कांग्रेस का साझा हमला
भाजपा पहले से ही अरविंद केजरीवाल पर मुख्यमंत्री आवास पर भारी-भरकम खर्च को लेकर हमलावर रही है। अब कांग्रेस के मैदान में आने से आप सरकार पर दबाव और बढ़ गया है। भाजपा ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री आवास के निर्माण और सौंदर्यीकरण पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं, जबकि जनता की बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी की जा रही है।
कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर भाजपा के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की प्राथमिकताएं पूरी तरह से गलत हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जिस समय दिल्ली में जनता महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रही है, उस वक्त सीएम आवास पर इस तरह का खर्चा करना गैर-जरूरी और गैर-जिम्मेदाराना है।
आतिशी मार्लेना पर तंज
कांग्रेस ने सिर्फ केजरीवाल ही नहीं, बल्कि आप की प्रमुख नेता आतिशी मार्लेना पर भी कटाक्ष किया। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “आतिशी मार्लेना, जो हमेशा जनता के मुद्दों पर बड़ी-बड़ी बातें करती हैं, अब इस मामले में चुप क्यों हैं? क्या वह भी इस फैसले का समर्थन कर रही हैं?” कांग्रेस ने आतिशी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर वह जनता के हितों की सच्ची समर्थक हैं, तो उन्हें इस मुद्दे पर अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए।
आप का जवाब
इस बीच, आम आदमी पार्टी ने विपक्ष के इन आरोपों को “राजनीतिक हताशा” बताया है। आप प्रवक्ता ने कहा, “सीएम आवास के मुद्दे को बेवजह तूल दिया जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस केवल इस मामले का राजनीतिक फायदा उठाना चाहते हैं, जबकि हमारी सरकार ने दिल्ली के विकास और जनता के हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।”
आप सरकार ने यह भी दावा किया कि मुख्यमंत्री आवास पर किया गया खर्च नियमों के दायरे में है और इसे बेवजह विवाद का मुद्दा बनाया जा रहा है। पार्टी ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस, जो खुद विलासिता में डूबे हुए हैं, उन्हें इस मुद्दे पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
राजनीतिक तकरार का असर
इस विवाद के बीच, दिल्ली की राजनीति में लगातार तनाव बढ़ रहा है। जहां भाजपा और कांग्रेस आप सरकार पर हमले तेज कर रहे हैं, वहीं आम आदमी पार्टी इसे विपक्ष की “साजिश” करार दे रही है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राजनीतिक माहौल और गरम हो सकता है, क्योंकि विपक्षी दल इस विवाद को जनता के बीच उठाकर आगामी चुनावों में फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।