दिल्ली सरकार ने राजधानी की जेलों में बंद 14 कैदियों की जल्द रिहाई की सिफारिश की है। दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने मंगलवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से इन 14 दोषियों को समय से पहले रिहा करने का आग्रह किया है।
रिहाई का कारण
गृह मंत्री ने बताया कि ये कैदी विभिन्न कारणों से जेल में बंद हैं और उनकी रिहाई से सामाजिक पुनर्वास और सुधार में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “इन कैदियों ने अपनी सजा का एक बड़ा हिस्सा काट लिया है और उनमें सुधार की संभावनाएं हैं। इसलिए, हम चाहते हैं कि उन्हें समय से पहले रिहा किया जाए।”
कैदियों की सूची और प्रोफाइल
हालांकि, सरकार ने अभी तक रिहा होने वाले कैदियों की पूरी सूची साझा नहीं की है, लेकिन बताया गया है कि इनमें विभिन्न अपराधों के दोषी शामिल हैं। सरकार का मानना है कि सुधारात्मक कार्यक्रमों में भाग लेने और अच्छे व्यवहार के कारण इन कैदियों की रिहाई उचित है।
उपराज्यपाल की भूमिका
उपराज्यपाल इस सिफारिश पर विचार करेंगे और अपनी सलाह देंगे। अगर उपराज्यपाल सहमत होते हैं, तो कैदियों की रिहाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह कदम दिल्ली सरकार द्वारा सुधारात्मक न्याय प्रणाली को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।