अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने हाल ही में रिपब्लिकन पार्टी में शामिल होने की घोषणा की है। यह कदम उनके राजनीतिक भविष्य को एक नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गबार्ड, जो पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य थीं, ने अपने इस निर्णय को लेकर कहा कि वह अब एक ऐसे राजनीतिक मंच की तलाश कर रही हैं जो उनके विचारों और सिद्धांतों के अधिक अनुरूप हो।
ट्रंप का समर्थन
गबार्ड ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रति समर्थन व्यक्त किया है और कहा है कि वह ट्रंप की नीतियों को आगे बढ़ाने में मदद करेंगी। उन्होंने अमेरिका के लिए ट्रंप के दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकताएँ देश की भलाई के लिए महत्वपूर्ण हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
तुलसी गबार्ड ने पहले भी अपने विचारों को लेकर विभिन्न विवादों को जन्म दिया है। वह एक अनुभवी राजनीतिक हस्ती हैं और 2013 से 2021 तक हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की सदस्य रहीं। गबार्ड ने अपनी राजनीतिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार रखे हैं, जिसमें विदेश नीति, स्वास्थ्य सेवा, और पर्यावरण संरक्षण शामिल हैं।
प्रतिक्रिया
गबार्ड के इस निर्णय पर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। उनके समर्थक इसे एक सकारात्मक कदम मानते हैं, जबकि विपक्षी दलों ने इसे राजनीतिक अवसरवाद का नाम दिया है। यह देखना बाकी है कि गबार्ड की यह नई दिशा उन्हें राजनीतिक सफलता दिलाने में कितनी प्रभावी होगी।
गबार्ड की रिपब्लिकन पार्टी में एंट्री अमेरिका की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है, और इससे आगामी चुनावों में दिलचस्पी बढ़ने की संभावना है।