मध्य पूर्व में तनाव एक बार फिर से चरम पर है। हाल ही में इजरायल और हमास के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच, ईरान ने भी इस लड़ाई में खुलकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। ईरानी अधिकारियों के मुताबिक, उन्होंने इजरायल की ओर 200 से अधिक मिसाइलें दागी हैं।
ईरान के राष्ट्रपति ने एक बयान में कहा, “ये शहादत का बदला है। अगर इजरायल इसका जवाब देने की कोशिश करेगा, तो हम 1000 गुना ताकत से पलटवार करेंगे।” ईरान के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चौंका दिया है, और इससे मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा और भी बढ़ गया है।
यह तनाव उस समय बढ़ा जब इजरायल ने गाज़ा पट्टी में हमास के ठिकानों पर हवाई हमले शुरू किए। इसके जवाब में ईरान समर्थित गुटों ने इजरायल पर हमले किए, जिसके बाद से स्थिति तेजी से बिगड़ती जा रही है।
इजरायल की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया की संभावना जताई जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सेना किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
मध्य पूर्व की मौजूदा स्थिति में यह संघर्ष एक बड़ा और गंभीर मोड़ ले सकता है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि क्या यह हिंसा और बड़े पैमाने पर फैलती है या कूटनीतिक रास्ते से सुलझाई जाती है।