ब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिराज्यों से

यूपी उपचुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत: योगी के नेतृत्व और संगठन के ज़मीनी काम का कमाल

Spread the love

9 में से 7 सीटों पर बीजेपी का कब्ज़ा, सपा को मिली 2 सीटें

उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 7 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) को 2 सीटों पर जीत मिली। बीजेपी की इस जीत के पीछे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नेतृत्व और संगठन की मजबूत रणनीति को अहम माना जा रहा है।


योगी आदित्यनाथ का ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारा बना हिट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन चुनावों को व्यक्तिगत रूप से लीड किया। उनके ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे ने न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरा, बल्कि समाज में एकजुटता का संदेश भी दिया। कटेहरी और कुंदरकी जैसी सीटों पर बीजेपी ने तीन दशक बाद जीत हासिल की, जो पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि रही।


कार्यकर्ताओं को किया सक्रिय

  1. सदस्यता अभियान से जनता से जुड़ाव
    उपचुनाव से पहले सदस्यता अभियान चलाया गया, जिसमें नेताओं और कार्यकर्ताओं ने डोर-टू-डोर जाकर जनता से संपर्क किया। इससे कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ी और वोटरों के बीच पार्टी का जुड़ाव मजबूत हुआ।
  2. कार्यकर्ताओं का सम्मान सुनिश्चित किया
    लोकसभा चुनाव के बाद, पार्टी ने कार्यकर्ताओं की शिकायतों पर ध्यान दिया और महिला आयोग, पिछड़ा वर्ग आयोग, अनुसूचित जाति आयोग जैसे पदों पर कार्यकर्ताओं को समायोजित किया। इससे उनके मनोबल में बढ़ोतरी हुई।

संगठन और सरकार का तालमेल

योगी सरकार और बीजेपी संगठन ने उपचुनाव की रणनीति लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद बनानी शुरू कर दी थी।

  • ‘सुपर-30’ फार्मूला: मंत्रियों को सीटों की जिम्मेदारी दी गई।
  • जातीय संतुलन: हर क्षेत्र में 10-10 विधायकों को जातीय गणित के आधार पर जिम्मेदारी सौंपी गई।
  • ज़मीनी तैयारी: प्रदेश स्तर के कार्यकर्ताओं को चार महीने पहले ही क्षेत्रों में तैनात किया गया।

उपचुनाव में विधानसभा चुनाव जैसी तैयारी

बीजेपी ने उपचुनावों को पूरी गंभीरता से लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार बैठकों के माध्यम से कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया। संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने चुनाव प्रबंधन को बखूबी संभाला।


2027 के लिए नई रणनीति

इन उपचुनावों में बीजेपी की जीत ने 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी को नई ऊर्जा दी है। लोकसभा चुनाव के दौरान मिली गलतियों से सबक लेते हुए, पार्टी ने बेहतर योजना बनाई, जिसने इस जीत की नींव रखी।


बीजेपी की इस जीत ने दिखा दिया कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और संगठन की ज़मीनी मेहनत ने पार्टी को मजबूती से स्थापित किया है।