मोहम्मद मुईज्जू ने मारी सबसे बड़ी पलटी: चीन से ये महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट छीन भारत को सौंपा
मोहम्मद मुईज्जू, जो कि हाल ही में मलेशिया के प्रधानमंत्री बने हैं, ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जिससे भारत-चीन संबंधों में नई दिशा मिल सकती है। मुईज्जू ने चीन से एक बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को वापस लेते हुए उसे भारत को सौंपने का फैसला किया है।
प्रोजेक्ट का विवरण
यह प्रोजेक्ट मलेशिया में बंदरगाह विकास से संबंधित है, जिसे पहले चीन की एक कंपनी को सौंपा गया था। मुईज्जू के अनुसार, यह निर्णय देश के आर्थिक विकास और स्थानीय उद्योग को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा कि “हमें अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए ऐसे प्रोजेक्ट्स की आवश्यकता है जो मलेशियाई जनता को सीधे लाभ पहुंचाएं।”
भारत की भूमिका
इस प्रोजेक्ट को भारत को सौंपने से भारत-मलेशिया के रिश्तों में मजबूती आएगी। भारतीय कंपनियों को इस प्रोजेक्ट में शामिल होने का मौका मिलेगा, जिससे क्षेत्रीय सहयोग और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
चीन की प्रतिक्रिया
चीन ने इस फैसले पर चिंता व्यक्त की है और इसे अपने लिए एक बड़ा झटका माना है। चीन के आधिकारिक सूत्रों ने इसे मलेशिया के विकास में बाधा डालने वाला निर्णय बताया है।
वैश्विक संदर्भ
यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब चीन और भारत के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हैं। मुईज्जू के इस कदम को भारत के लिए एक अवसर माना जा रहा है, जिससे वह अपने प्रभाव को दक्षिण-पूर्व एशिया में और मजबूत कर सके।