भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर हाल ही में कुछ सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव को कम करने के उद्देश्य से सीमा पर गश्त से संबंधित एक महत्वपूर्ण सहमति बनी है। भारत ने कुछ दिन पहले इस समझौते की पुष्टि की थी, और अब चीन के राजदूत ने भी इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
क्या है गश्त पर सहमति?
सूत्रों के अनुसार, यह सहमति सीमावर्ती इलाकों में दोनों देशों की सेनाओं के बीच गश्त के दौरान होने वाले संभावित टकरावों को कम करने के लिए बनाई गई है। इसके तहत गश्ती गतिविधियों के लिए एक स्पष्ट और संयमित ढांचे की व्यवस्था की गई है, जिससे दोनों पक्षों के बीच तनावपूर्ण स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
चीन के राजदूत का बयान
चीन के राजदूत ने कहा कि सीमा विवाद को लेकर हालिया बातचीत में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनी है। उन्होंने भारत के साथ रिश्तों में सुधार की उम्मीद जताते हुए कहा कि इस समझौते से दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ेगा और सीमा पर शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी। राजदूत ने यह भी कहा कि सीमा पर स्थिरता के लिए दोनों पक्षों को मिलकर आगे बढ़ने की जरूरत है।
भारत-चीन संबंधों पर संभावित असर
इस समझौते के बाद दोनों देशों के बीच रिश्तों में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है। हाल के वर्षों में, सीमा विवाद के चलते भारत और चीन के संबंधों में खटास आई थी, लेकिन इस सहमति से दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली की प्रक्रिया में मदद मिल सकती है।