पाकिस्तानी युवाओं पर टूटा मुसीबतों का पहाड़, शहबाज सरकार ने 1.5 लाख सरकारी जॉब को खत्म करने का किया ऐलान
पाकिस्तान में बेरोजगारी की समस्या और बढ़ गई है, क्योंकि शहबाज शरीफ सरकार ने 1.5 लाख सरकारी नौकरियों को खत्म करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय देश के आर्थिक संकट के बीच लिया गया है, जो युवा वर्ग के लिए एक और मुसीबत बनकर उभरा है।
मुख्य बातें:
- आर्थिक संकट:
- पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गंभीर संकट में है, जिसके चलते सरकार को इस कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
- देश में उच्च मुद्रास्फीति और विदेशी मुद्रा की कमी ने रोजगार के अवसरों को सीमित कर दिया है।
- नौकरियों में कटौती:
- सरकार ने 1.5 लाख सरकारी पदों को समाप्त करने की घोषणा की है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं और कम हो गई हैं।
- यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब देश में पहले से ही बेरोजगारी की दर उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
- राजनीतिक प्रतिक्रिया:
- इस निर्णय पर विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने विरोध जताया है। उन्होंने इसे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया है।
- विपक्षी नेताओं ने शहबाज सरकार पर आरोप लगाया है कि वह आर्थिक संकट से निपटने में असफल रही है और युवाओं की आवाज़ को अनसुना कर रही है।
- युवाओं की चिंता:
- युवाओं में इस फैसले को लेकर गहरी चिंता और निराशा है। कई युवा अब नौकरी पाने के लिए और भी संघर्ष करने के लिए मजबूर हैं।
- सोशल मीडिया पर कई युवा इस फैसले के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सक्रिय हो रहे हैं।