कैलाश गहलोत के इस्तीफे पर सवाल हुआ तो अरविंद केजरीवाल ने टाला जवाब, दुर्गेश पाठक ने दी सफाई
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी (AAP) से इस्तीफे के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। जब प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अरविंद केजरीवाल से गहलोत के इस्तीफे पर सवाल किया गया, तो उन्होंने माइक अपनी बगल में बैठे पार्टी नेता दुर्गेश पाठक की तरफ बढ़ा दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल पर चुप्पी
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बीजेपी के पूर्व विधायक अनिल झा के आप में शामिल होने के लिए आयोजित की गई थी। इसी दौरान एक रिपोर्टर ने गहलोत के इस्तीफे को लेकर सवाल कर दिया। अरविंद केजरीवाल ने मुस्कुराते हुए जवाब देने से इनकार कर दिया और कहा, “आप जवाब चाहते हैं, है न?” इसके बाद उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से परहेज किया।
दुर्गेश पाठक का बयान
दुर्गेश पाठक ने कहा, “कैलाश गहलोत पिछले कुछ महीनों से ईडी और आईटी के छापों के जरिए दबाव में थे। उनके पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। यह स्पष्ट है कि बीजेपी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करके चुनाव लड़ रही है और हार के डर से ऐसी रणनीतियां अपना रही है।”
AAP का बीजेपी पर हमला
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इस मामले में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “कैलाश गहलोत का इस्तीफा बीजेपी की गंदी राजनीति और षड्यंत्र का हिस्सा है। ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कर गहलोत पर दबाव बनाया गया। अब दिल्ली चुनाव से पहले मोदी वॉशिंग मशीन सक्रिय हो गई है, जिसमें विपक्षी नेताओं को दबाव में लाकर बीजेपी में शामिल कराया जा रहा है।”
बीजेपी की प्रतिक्रिया
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गहलोत के इस्तीफे को साहसिक कदम बताया। उन्होंने कहा, “गहलोत ने यह साबित कर दिया है कि आम आदमी पार्टी के नेता भी मानते हैं कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने टैक्सपेयर्स के पैसे का दुरुपयोग किया। अगर कैलाश गहलोत बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है।”
कैलाश गहलोत के इस्तीफे ने दिल्ली की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटनाक्रम का आगामी विधानसभा चुनाव पर क्या असर पड़ता है।